
सैन फ्रांसिस्को में हुए एंडोक्राइन सोसाइटी के वार्षिक सम्मेलन में पेश एक नए शोध से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है — अमेरिका में मोटापे से जुड़ी कैंसर से होने वाली मौतें तीन गुना से ज़्यादा बढ़ गई हैं: 1999 में 3.73 प्रति मिलियन से बढ़कर 2020 में 13.52 प्रति मिलियन हो गईं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक शरीर में फैट केवल वज़न नहीं बढ़ाता, बल्कि यह शरीर के हार्मोनल और मेटाबॉलिक संतुलन को बिगाड़ देता है, जिससे कैंसर के पनपने की संभावना बढ़ जाती है।
सीके बिड़ला अस्पताल, दिल्ली के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी निदेशक डॉ. मंदीप सिंह मल्होत्रा के अनुसार, “मोटापा अब कई तरह के कैंसर के विकास और प्रगति में एक प्रमुख जोखिम कारक के रूप में देखा जा रहा है।”